ईदगाह : मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Munshi Premchand Stories

Summary “ईदगाह” मुंशी प्रेमचंद की एक कालजयी कहानी है, जो बचपन की मासूमियत, गरीबी की कड़वी सच्चाई, और पारिवारिक प्रेम की गहराई को अद्भुत तरीके से प्रस्तुत करती है। यह कहानी हामिद नामक बच्चे के माध्यम से त्याग और परोपकार का संदेश देती है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद अपने दादी के प्रति गहन स्नेह … Read more

पूस की रात : मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Munshi Premchand Stories

Summary हल्कू और उसकी पत्नी मुन्नी गरीबी और संघर्ष में जी रहे हैं। क़र्ज़ चुकाने के लिए मुन्नी कम्बल खरीदने के पैसे देने से मना करती है, लेकिन अंततः हल्कू की मजबूरी देखकर उसे पैसे देती है। ठंडी पूस की रात में हल्कू और उसका कुत्ता जबरा खेत की रखवाली करते हैं। सर्दी और भूख … Read more

नमक का दरोगा : मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Munshi Premchand Stories

Summary “नमक का दरोगा” में अंग्रेजी राज के दौरान नमक के विभाग और उसके भ्रष्टाचार का वर्णन है। वंशीधर, एक ईमानदार दारोगा, अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते हैं। पंडित अलोपीदीन, एक प्रभावशाली और धनी व्यक्ति, चोरी-छिपे नमक का व्यापार करते हैं। वंशीधर उन्हें रंगे हाथों पकड़ते हैं और रिश्वत के भारी-भरकम प्रस्तावों को भी ठुकरा … Read more

शतरंज के खिलाड़ी : मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Munshi Premchand Stories in Hindi

Summary वाजिद अली शाह के शासनकाल में लखनऊ विलासिता और आनंद में डूबा हुआ था। समाज के हर वर्ग में आराम और मनोरंजन का बोलबाला था। शतरंज, नृत्य, संगीत, और अन्य विलासिता के साधन लोगों की दिनचर्या बन गए थे। इसी पृष्ठभूमि में मिर्जा सज्जाद अली और मीर रौशन अली, दो जागीरदार, अपने समय का … Read more

लॉटरी : मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Lottery | Munshi Premchand Stories in Hindi

Summary लॉटरी जीतने की उम्मीद में दो दोस्तों ने मिलकर टिकट खरीदा। जीतने की उम्मीद में उनकी दोस्ती में दरारें आने लगी। हर कोई अपने हिस्से के पैसे पर नजर जमाए बैठा था। आखिर में पता चला कि लॉटरी किसी और ने जीती है। इस कहानी से पता चलता है कि लालच और धन की … Read more

कफ़न: मुंशी प्रेमचंद की क्लासिक कहानी | Kafan | Munshi Premchand Stories in Hindi

Summary मुंशी प्रेमचंद की कहानी “कफ़न” घीसू और माधव नामक बाप-बेटे की कहानी है, जो गरीबी, आलस्य और मानवीय संवेदनाओं के पतन को उजागर करती है। माधव की गर्भवती पत्नी प्रसव पीड़ा से मर जाती है, लेकिन दोनों उसकी मदद करने के बजाय लापरवाह बने रहते हैं। पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए जुटाए गए … Read more

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