सिया की जिंदगी धीरे-धीरे एक नई दिशा में बढ़ रही थी। आरव के साथ उसका रिश्ता गहरा हो रहा था, और अर्जुन के साथ उसकी बातचीत अब पहले से ज्यादा सहज और गर्मजोशी भरी थी। लेकिन जिंदगी इतनी सरल कब होती है?
एक शाम, जब सिया अपनी अलमारी साफ कर रही थी, तो उसे एक पुरानी तस्वीर हाथ लगी। तस्वीर में एक युवक के साथ वह मुस्कुरा रही थी। उस युवक का नाम था रोहन। वह एक समय सिया का प्यार हुआ करता था, लेकिन अब यह नाम सिया के लिए एक डरावनी याद बन चुका था।
दो साल पहले, रोहन और सिया का रिश्ता था। रोहन एक महत्वाकांक्षी प्रोड्यूसर था, और उसने सिया को कई बड़े वादे किए थे। लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीता, सिया को समझ में आया कि रोहन सिर्फ उसका इस्तेमाल कर रहा था। उसने न सिर्फ सिया के सपनों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसका आत्मविश्वास भी तोड़ दिया।
सिया ने खुद को संभाला और उस रिश्ते से निकल गई। लेकिन अब, इतने समय बाद, रोहन का फिर से उसके सामने आना सिया के लिए एक बुरे सपने जैसा था।
उस रात, जब सिया ने घर के बाहर कदम रखा, तो उसे अचानक एक परिचित आवाज सुनाई दी।
“सिया!”
उसने मुड़कर देखा। सामने रोहन खड़ा था। वही आत्मविश्वास भरा चेहरा, लेकिन आंखों में एक अजीब सी चालाकी।
“यहां क्या कर रहे हो?” सिया ने सख्त आवाज में पूछा।
“तुमसे मिलने आया हूं। दो साल हो गए हैं, सिया। मैंने तुम्हें बहुत मिस किया,” रोहन ने मुस्कुराते हुए कहा।
“मुझे छोड़ दो, रोहन। मेरे पास तुम्हारे लिए न वक्त है, न जगह,” सिया ने कहा और आगे बढ़ने लगी।
“तुम्हारे पास वक्त होगा। देखना, मैं तुम्हें छोड़ने वाला नहीं हूं,” रोहन ने पीछे से कहा। उसकी आवाज में कुछ ऐसा था, जिसने सिया को बेचैन कर दिया।
अगले कुछ दिनों में, रोहन ने सिया को परेशान करना शुरू कर दिया। कभी वह अचानक उसके ऑडिशन के बाहर खड़ा मिलता, तो कभी फोन पर अनजाने नंबर से उसे कॉल करता।
सिया ने इन सब बातों को अर्जुन से छुपाने की कोशिश की। वह नहीं चाहती थी कि उसकी जिंदगी की यह परेशानियां आरव या अर्जुन को प्रभावित करें। लेकिन उसकी बेचैनी और घबराहट अर्जुन की नजरों से नहीं छुपी।
एक दिन, जब सिया पार्क में आरव के साथ थी, रोहन वहां भी पहुंच गया। उसने सिया से बात करने की कोशिश की, लेकिन सिया ने उसे अनदेखा कर दिया। आरव को यह सब समझ नहीं आया, लेकिन उसने सिया के चेहरे पर डर जरूर महसूस किया।
अर्जुन, जो उस समय ऑफिस से लौट रहा था, पार्क के गेट पर रुका। उसने सिया और रोहन को दूर से देखा।
“यह कौन था?” अर्जुन ने गंभीरता से पूछा, जब सिया आरव को लेकर घर लौटी।
“कोई नहीं… बस एक पुरानी पहचान,” सिया ने नजरें चुराते हुए कहा।
अर्जुन ने महसूस किया कि सिया कुछ छुपा रही थी। उसने और सवाल नहीं किए, लेकिन उसकी बेचैनी बढ़ गई।
उसी रात, अर्जुन ने अपने एक सहायक से सिया के अतीत के बारे में पता लगाने को कहा। वह जानता था कि सिया एक मजबूत और स्वतंत्र लड़की है, लेकिन वह उसकी जिंदगी में आए इस नए तनाव को नजरअंदाज नहीं कर सकता था।
सिया, अपने फ्लैट में अकेली बैठी, सोच रही थी कि रोहन से कैसे निपटे। उसकी आंखों में गुस्सा और डर दोनों थे।
“मैं तुम्हें अपनी जिंदगी दोबारा बर्बाद नहीं करने दूंगी,” उसने खुद से कहा।
लेकिन रोहन की चालाकी और अर्जुन की बढ़ती चिंता के बीच, सिया की जिंदगी में एक और जटिल मोड़ आने वाला था।



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