Beti Ya Bojh । बेटी या बोझ। सामाजिक कहानियां

बेटी या बोझ

Author – Avinash Kumar गांव के बाहर हम अपने दोस्तों के साथ ठंड से बचने के लिए सूखी हुई लकड़ियों को बिन कर जला रहे थे । पूस की महीना होने के कारण कनकनी भी काफी बढ़ चुका था । यदि हाथ गर्म करते तो ठंड से पैर सुन हो जा रहे थे । ठंड … Read more

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