Writer – Manisha Agarwal
साक्षी के बोलने पर अर्जुन तुरंत उसके पीछे पीछे चला गया और तभी कुछ दूरी पर जाकर साक्षी एकदम से रुकते हुए अर्जुन से बोली, “what the hell are you doing arjun..?”
अर्जुन को कुछ समझ नहीं आया और वो हैरानी से सवालिया नजरो से साक्षी को घूरने लगा। तभी साक्षी ने घूर कर अर्जुन को देखते हुए कहा, “पहले तो तुम सिर्फ फटीचर थे, अब तुम गुंडे भी बन गए हो..? और कितना नाम खराब करेगा मेरा..?”
साक्षी की ऐसी बातें सुनकर अर्जुन थोड़ा embarrassed होते हुए बोला, “तुम गलत समझ रही हो साक्षी, मैंने ऐसा कुछ नहीं किया। मैं सच कह रहा हूँ तुम चाहो तो राहुल से पूछ लो! मैं और राहुल तो आराम से बाते करते हुए जा रहे थे पर वो रॉकी जानबूझकर हमसे उलझने लगा और….”
अर्जुन बेचारा आगे कुछ कह पाता कि तभी साक्षी ने उसे हाथ दिखाकर रोकते हुए गुस्से में कहा, “you know what,…. मुझे तुम जैसे फटीचर से दोस्ती करनी ही नहीं चाहिए थी। बेचारा समझकर तुमसे जरा सी दोस्ती क्या कर ली, तुम तो सर पर बैठ गए हो मेरे!…..और ये क्या था वहा….तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई सबके सामने मेरा हाथ पकड़ने की भी…? तुम जैसा भिखारी, अगर मेरा हाथ पकड़ेगा तो मेरी क्या इज्जत रह जाएगी कॉलेज में..? बोलो..!”
साक्षी की ऐसी बातें सुनकर तो अर्जुन का दिल ही बैठ गया था। उसे समझ नहीं आ रहा था की उसने ऐसा क्या कर दिया जो, साक्षी उससे इतना ज्यादा बुरा व्यवहार कर रही हैं ? अर्जुन को कुछ समझ नहीं आया और उसने फिर से थोड़ा प्यार से साक्षी से कहा, “साक्षी क्या हुआ है? तुम इस तरह गुस्सा क्यों कर रही हो? और तुम यह सब बातें कैसे बोल रही हो मेरे बारे में? देखो मैं जानता हूं कि तुम गुस्सा हो पर प्लीज मुझ पर विश्वास करो मैंने रॉकी से लड़ाई नहीं की थी। तुम तो मुझसे प्यार करती हो ना तुम्हें पता होगा मैं ऐसा बिल्कुल नहीं हूं।”
प्यार वाली बात सुनकर साक्षी ने सारकास्टिक तरीके से हंसते हुए एक नजर ऊपर से नीचे तक अर्जुन को देखा और फिर अपनी आंखों को रोल करते हुए बोली, “यू नो व्हाट तुम्हें म्यूजियम में रखना चाहिए।…. इतनी देर से तुम्हारी इंसल्ट कर रही हूं अभी भी तुम यह प्यार का भोपू मेरे सिर पर बजा रहे हो..? अगर तुम्हारी जगह कोई और होता तो कब का यह कॉलेज छोड़कर भाग जाता पर तुम तो बेशर्म की तरह मेरे सिर पर खड़े हो!…… आज के बाद मुझे तुम से कोई मतलब नहीं रखना, और अगर तुमने मेरे साथ दोबारा बात करने की भी कोशिश की या कोई रिश्ता बनाने की कोशिश की तो मैं पूरी कॉलेज की तरह मैं भी सबके सामने तुम्हें जलील करूंगी,….. तुम मेरी जितना काम आ सकते थे तुम आ गए…. अब ना मुझे तुम्हारी जरूरत है और ना ही तुम्हारे इस सो कॉल्ड प्यार और झूठी बातों की!….. तुम जानते भी हो प्यार किसे कहते हैं?…. एक लड़की सिर्फ सक्सेसफुल आदमी के पीछे आना पसंद करती है तुम जैसे सड़क छाप भिखारी के पीछे नहीं!….. अब निकलो यहां से और दोबारा मेरे आस-पास भी मत दिखना। तुम्हारे साथ रहती हूं तो मुझे खुद ऐसा फील होता है कि मैं भी कोई भिखारण हूं।”
इतना कहकर साक्षी अपना मुंह बनाते हुए वहां से चली गयी। वही अर्जुन अपनी आंखों में आंसू लिए अभी भी साक्षी को ही देख रहा था।
वहीं दूसरी तरफ जब काफी देर तक अर्जुन नहीं आया तो राहुल उसे ढूंढता हुआ उसके पास पहुंच गया और अर्जुन की ऐसी हालत देखकर वह समझ गया कि जरूर साक्षी ने उसे कुछ कहा है। राहुल तुरंत अर्जुन को अपने गले से लगा लिया और उसकी पीठ सहलाते हुए बोला, “अर्जुन क्या हुआ है? क्या बोली साक्षी ने तुम्हें ? तू ठीक तो है ना तू इस तरह रो क्यों रहा है?”
राहुल का स्पर्श पाते ही अर्जुन उसे गले से लगा कर जोर-जोर से रोने लगा और कुछ देर तक अपना दिल हल्का करने के बाद उसने अभी तक जो कुछ भी हुआ वह सब राहुल को बता दिया। जैसे-जैसे राहुल सुन रहा था वैसे-वैसे गुस्से से उसकी हाथ की मुट्ठी बंद होती जा रही थी। उसे इस बात का गुस्सा आ रहा था कि साक्षी जैसी अपॉर्चुनिटी लड़की उसके दोस्त को सड़क छाप बोल कर चली गई थी।
रोने की वजह से अब अर्जुन का दिल भी हल्का हो गया था और वह वहीं पास के पेड़ के नीचे जाकर बैठ गया। तभी राहुल उसके बगल में बैठते हुए उसे समझाते हुए बोला, “मैंने तुझे पहले ही कहा था कि वह लड़की साक्षी, एक नंबर की चालाक लोमड़ी है और वह सिर्फ तेरा फायदा उठा रही है। इतने दिनों से वह तुझे लंगूर की तरह नचा रही थी और तू प्यार प्यार करके उसके आगे पीछे घूम रहा था। अच्छा हुआ वक्त रहते ही तेरी जिंदगी से निकल गई वरना पता नहीं तुझे और कितना बर्बाद करती।”
राहुल की ऐसी बातें सुनकर अर्जुन ने गुस्से से कहा, “सारी लड़कियां एक जैसी होती है आज के बाद मैं कभी किसी से बात नहीं करूंगा!…. तू सही कह रहा है जिसे मेरा जितना फायदा उठाना था उठा लिया पर अब मैं इन लोगों को बताऊंगा कि मैं कौन हूं और क्या कर सकता हूं।”
अर्जुन की ऐसी सीरियस बातें सुनकर एक बार के लिए तो राहुल भी चौंक गया पर फिर उसने मन ही मन सोचा कि शायद ब्रेकअप की वजह से अर्जुन इस तरह की बातें कर रहा है। थोड़ी देर में वह भी बिल्कुल ठीक हो जाएगा। कुछ देर तक दोनों वहां बैठे रहे और राहुल इधर-उधर की बातें कर कर उसका मन बहलाता रहा। अर्जुन जानता था कि राहुल बस उसका मन हल्का करने के लिए इधर-उधर की बातें कर रहा है। इसलिए वह भी झूठी मुस्कान अपने चेहरे पर लाकर दिखाने लगा जैसे अब उसे साक्षी की कही हुई बातों से कोई फर्क नहीं पड़ रहा हो।
राहुल ने हंसते हुए अर्जुन से कहा, “सच कह रहा हूं अगर आज वह छिपकली साक्षी नहीं आती तो तू और मैं मिलकर उस रॉकी को रॉकेट बना कर उड़ा देते। फिर उस पापा के पारे को समझ आता कि उसने किस्से पंगा लिया है।”
इतना कहकर राहुल जोर-जोर से हंसने लगा।
अर्जुन भी राहुल की कही हुई बातों पर मुस्कुरा रहा था कि तभी उसके फोन पर एक मैसेज आया और जैसे ही अर्जुन ने वह मैसेज खोल कर देखा तो उसकी आंखों में एक अलग ही चमक आ गई।
किसका मैसेज आया था अर्जुन के फोन पर? और अर्जुन क्यों इस तरह की सीरियस बातें कर रहा था?
जाने के लिए इस रोमांचक कहानी को पढ़ते रहिए ‘बिलेनियर बॉयफ्रेंड’ सिर्फ और सिर्फ स्टोरीबाज पर।
Tag- Best Romantic Kahani In Hindi
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