कहते हैं दिल्ली दिल वालों का है और यहां जो भी आता है यह शहर उसे, दिल से अपनाता है l यू तो इस शहर में एक से एक अमीर लोग रहते हैं पर इन अमीरों के साथ ही बहुत से ऐसे लोग भी रहते हैं जो हर दिन दो वक्त की रोटी के लिए भी मशक्कत कर रहे होते हैं।
इन्हीं लोगों में से एक है अर्जुन…… जो दिल्ली की झुग्गी झोपड़ियां में रेंट का एक छोटा सा कमरा लेकर अपने दोस्त राहुल के साथ यहां रह रहा था l
सुबह के 4:00 बज रहे थे और तभी अर्जुन ने अपने दोस्त राहुल को नींद से जगा रहा था।
अर्जुन थोड़ा परेशान होते हुए राहुल से बोला“ जल्दी उठ राहुल वरना हम लोग आज फिर लेट हो जाएंगे मालिक हमें आज फिर कम अखबार देंगे, अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमारा महीने का खर्चा भी नहीं निकल पाएगा जल्दी से जाग जा….”
राहुल जो गहरी नींद में सो रहा था, अपने दोस्त अर्जुन की बात सुनकर नींद में खड़ा होकर और थोड़ा उदास होते हुए बोला, “क्या यार अर्जुन हमारी जिंदगी कब बदलेगी? क्या हम जिंदगी भर अखबार ही बेचते रहेंगे?…… कितने सालों से हम यहां सुबह जल्दी उठकर घर-घर में अखबार पहुंचाते हैं पर हमारे पास इतने पैसे भी नहीं है कि हम एक दिन सुकून से सो सके……”
राहुल की ऐसी उदासी भरी बातें सुनकर अर्जुन जल्दी से बाहर अपनी साइकिल निकालते हुए बोला , “तू टेंशन मत ले एक दिन अपना टाइम आयेगा और उस दिन हम जैसे चाहे वैसे जिंदगी जिएंगे……..”
अर्जुन की बात सुनकर राहुल ने उसे अजीब तरह देखते हुए कहा, “क्या यार अर्जुन! मैं जब भी तुझे कहता हूं तू हमेशा एक ही बात बोलता है, अपना टाइम आएगा! यह टाइम कब आएगा और तुझे कैसे पता कि हम आगे जाकर अमीर हो ही जाएंगे? भले ही दुनिया कहती हो कि सुबह जल्दी उठने वाले लोग अमीर होते हैं पर यह बातें व्हाट्सएप्प के स्टेटस तक अच्छी लगती हैं असल जिंदगी में इनका और इन बातों का कोई महत्व नहीं होता!”
अपने दोस्त राहुल की बात सुनकर अर्जुन मुस्कुराते हुए बोला, “तुझे मुझ पर भरोसा है ना….? अगर हां तो इतना याद रख एक दिन अपना टाइम जरूर आएगा और उस दिन इन्हीं अखबारों में हमारे फोटो छपेगी वह भी फ्रंट पेज पर……”
इतना कहकर अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वहीं राहुल अपनी साइकिल निकालते हुए बोला, “भगवान करे ब्रह्म मुहूर्त में बोली हुई तेरी यह बात जल्दी पूरी हो जाए….!”
और इतना कहकर दोनों दोस्त हमेशा की तरह आसपास के घरों में न्यूजपेपर बांटने के लिए चले गए। लगभग 3 घंटे तक इसी तरह घर-घर न्यूजपेपर डिस्ट्रीब्यू करने के बाद राहुल और अर्जुन थके हुए अपने घर आए और जल्दी-जल्दी तैयार होने लगे l
अर्जुन और राहुल दोनों ही अपनी इंटेलिजेंस और स्कॉलरशिप के दम पर आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे और दोनों इस साल अपनी कॉलेज के फाइनल ईयर में थे।
कॉलेज जाते वक्त अर्जुन के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी जो राहुल से छुपी नहीं थी राहुल ने जैसे ही अर्जुन को मुस्कुराते हुए देखा तो उसके कंधे पर हल्के से मारते हुए कहा , “हाय तेरी मुस्कान….. भाई कॉलेज जाने के नाम से ही तेरी सारी थकान दूर हो जाती है जबकि वहां जाकर तुझे एक मिनट का सुकून नहीं मिलता…….”
अर्जुन जानता था कि राहुल किस बारे में बात कर रहा है इसलिए उसने बात बदलते हुए कहा, “तू इतनी क्यों सोच रहा है? साक्षी अच्छी लड़की है और तुम देख लेना जल्दी ही मैं उसे प्रपोज भी करने वाला हूं!……
अर्जुन की यह बात सुनकर राहुल ने हैरान होते हुए कहा, “तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या ? तुम मुझ से लिख कर ले ले अर्जुन वह लड़की सिर्फ तेरा use कर रही है….. उसके सारे असाइनमेंट तू बनाता है, उसके सारे प्रोजेक्ट तू कंप्लीट करता है और फिर भी वह तुम्हें अपने दोस्तों के सामने hii तक नहीं कहती, कौन सी गर्लफ्रेंड अपने बॉयफ्रेंड के साथ ऐसा करती है?”
राहुल की बात सुनकर अर्जुन ने हंसते हुए कहा, “तू बहुत ज्यादा सोच रहा है। रहो हो सकता है कि वह हमारे रिलेशनशिप को सीक्रेट रखना चाहती हो और अभी किसी को बताना ना चाहती हो, और मैने भी तो कभी उसे प्रपोज नहीं किया ना….. एक बार मैं उसे प्रपोज कर दूं फिर देखना पूरी कॉलेज के सामने कहेगी कि मैं उसका बॉयफ्रेंड हूं।”
राहुल को मन ही मन अर्जुन के लिए बुरा लग रहा था वह अच्छे से जानता था कि साक्षी अर्जुन को एक नौकर से ज्यादा कुछ नहीं समझती है l साक्षी को वैसे भी एक फ्री का नौकर चाहिए था जो उसका कॉलेज का सारा काम करे और वह आराम से ऐश करती रहे।
वहीं दूसरी तरफ अर्जुन साक्षी के लिए और उसके प्यार के लिए पागल था l उसे लगता था कि साक्षी से बहुत प्यार करती है और इसलिए वह बिना किसी सवाल के पूरे दिन इतनी मेहनत करने के बाद भी साक्षी के सारे प्रोजेक्ट कंप्लीट करता था और उसके लिए नोट्स भी बनाता था।
राहुल और अर्जुन तो पिछले दो-तीन सालों से साथ रह रहे थे तो वही साक्षी की मुलाकात अर्जुन से कुछ टाइम पहले ही हुई थी और पहले ही नजर में साक्षी अर्जुन को काफी ज्यादा पसंद आ गई थी।
देखते ही देखते दोनों जल्दी ही अपनी साइकिल से कॉलेज पहुंच गए। जहां एक तरफ सब लड़के लड़कियां हाई-फाई ड्रेस में कॉलेज आए थे तो वही राहुल और अर्जुन अपनी हमेशा वाली उसी चेक शर्ट में और घिसी हुई ब्लैक पैंट में कॉलेज पहुंचे थे l
इन दोनों के पास तीन जोड़ी कपड़े थे जिन्हें यह मिल बाट कर पहन लिया करते थे l
शुरू शुरू में तो कॉलेज के सारे बच्चे इनका खूब मजाक बनाते थे पर धीरे-धीरे उन लोगों को भी अर्जुन और राहुल को इन्हीं कपड़ों में देखने की आदत हो गई थी, इसके बाद उन लोगों ने भी राहुल और अर्जुन का मजाक बनाना बंद कर दिया
हालांकि कोई था जो अर्जुन को बिल्कुल पसंद नहीं करता था और इस वक्त उसकी दो आंखें लगातार अर्जुन को ही घूर रही थी अचानक ही अर्जुन को देखते देखते उसके चेहरे पर एक सारकास्टिक स्माइल आ गई जैसे उसके दिमाग में इस वक्त कुछ चल रहा हो।
कौन देख रहा था अर्जुन और राहुल को घूर कर? क्या सच में साक्षी अर्जुन को पसंद नहीं करती? जानने के लिए पढ़ते रहें ‘बिलेनियर बॉयफ्रेंड’