मोहन और सोहन दोनों एक दूसरे के बहुत अच्छा दोस्त था । परन्तु दोनों में कुछ अलग अलग कुछ खूबियां थी ।मोहन पढ़ने में बहुत होशियार था तो वहीं सोहन फुटबॉल खेलने में बहुत अच्छा खिलाड़ी था ।
सोहन ने जिला स्तरीय मैच को जीतकर कई सारे मेडल हासिल किया था । पूरे विद्यालय में दोनों सभी शिक्षकों के प्यारा था । इन्हें सभी काफी प्यार करते थे। एक दिन सोहन मैदान में फुटबॉल खेल रहा था तभी उसका पैर एक पत्थर से टकरा गया और वह जमीन पर गिर गया जिसके कारण उसके पैर में काफी चोट आई । उसे डॉक्टर के पास ले गया गया तो डॉक्टर कुछ दवाइयां दिया और कहा सोहन के पैर की हड्डियां में काफी चोट आई है । इसे कम से कम 1 महीने तक आराम करने की जरूरत हैं । अब यह एक महीने तक खेलने या कहीं बाहर नहीं जा सकता है यह सुनकर सोहन को काफी दुख हुआ ।
अगले सप्ताह से परीक्षा शुरू होने वाली थी परंतु सोहन बीमार रहने के कारण पढ़ाई सही तरीके से नहीं कर पाया था और अपने विषय की तैयारी नहीं कर पाया था ।
जब सोहन परीक्षा हॉल में परीक्षा देने गया तो वह नकल करने के लिए कुछ चिट और किताब भी लेकर चला गया परंतु इस बात से मोहन बिल्कुल अनजान था। जब परीक्षा शुरू हुई तो सोहन ने किताब निकालकर नकल करना शुरू कर दिया । लेकिन नकल करता हुआ मोहन नेदेख लिया और उसे समझाएं कि नकल करनीं बुरी आदत है, यह एक बुरा काम है , नकल मत करो परंतु सोहन ने मोहन की बात बिल्कुल नहीं माना और वाह नकल करके लिखता ही रह गया।
चुकी मोहन को पता था बुरा काम करना या बुरा होते देखना दोनों ही गलत काम है ; इसलिए मोहन को देखा नहीं रहा गया और अब वह सीधा प्रिंसिपल कच्छ में जाकर सोहन के बारे में सारी बातें बता दिया । जिसके बाद सोहन को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया ।
इस प्रकार मोहन ने सोहन को बुरा काम करने से रोक दिया परंतु दोनों के बीच दोस्ती टूट गई जब यह बात दोनों के घरवालों को पता चला तो उन लोगों को भी बहुत खुशी हुई कि मोहन ने सोहन को गलत काम करने से रोक दिया । फिर दोनों के घरवालों ने समझा बुझाकर फिर से दोनों की दोस्ती करवा दी और सोहन ने कसम भी खाई कि आज के बाद से कोई बुरी काम नहीं करेंगे और बुरा काम करते हुए भी नहीं देखेंगे, अगर कोई व्यक्ति बुरा काम करेगा भी तो उसे के बारे में हम अपने से बड़ों को बताएंगे ताकि ताकि उसे बुरा काम करने से रोक सके ।
तो बच्चों हमें इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमें कोई भी बुरा काम नहीं करना चाहिए या बुरा होते हुए भी हमें नहीं देखना चाहिए और जब कोई बुरा काम करता हो तो उसे के बारे मे सीधे अपने से बड़े लोगों को बताना चाहिए ।
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मुझे कहानियाँ बहुत पसंद हैं जो हमें बहोत कुछ सिखाती है