मैंने नेहा के फोटो दिखाते हुए पूछा, “क्या यही लड़की आई थी टेस्ट के लिये?”
पहले तो डॉक्टर ने बताने से साफ़ मना कर दिया मगर मैंने किसी तरह उससे जानकारी निकलवा लिया और पुष्टि हो गयी की वो नेहा के ही प्रेगेंसी टेस्ट रिपोर्ट हैं।
“इस लड़की के साथ एक लड़का भी था,” डॉक्टर ने कहा।
“लड़का?” मैं खुद से बुदबुदा कर बोला।
मैंने उस हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टरों से अनुरोध किया कि आप उस दिन का CCTV फुटेज दिखा सकते हैं? उस हॉस्पिटल के मेन गेट और मरीजों के बैठने वाली जगह पर बड़े-बड़े दो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। मैं अब तक उसे अपने बारे में बता चुका था कि मैं एक बहुत बड़ी IT कम्पनी में हूँ। शायद यही कारण था कि उसने फुटेज दिखाने से इंकार ना किया और उस दिन का फुटेज दिखाया।
कुंदन ने उस हॉस्पिटल की बात बता कर एक लम्बी गहरी साँस लेकर फिर मुझसे कहा, “उस फुटेज में मुझे तुम दिखे। उसके बाद मैंने नेहा के फ़ोन से 90 दिनों का कॉल डिटेल्स निकाल लिया। मैंने उसके कॉल डिटेल्स को गौर से देखा, 90 दिनों में सबसे अधिक कॉल तुम्हारे नम्बर पर बात हुई थी। मैंने तुम्हारा नाम जानने के लिए Truecaller का इस्तेमाल किया और फिर उस नंबर को Facebook पर सर्च बार में सर्च किया तब तुम्हारा प्रोफाइल निकला, तुम्हारे फेसबुक टाइमलाइन पर तुम दोनों को एक साथ फोटो में देख कर मैं समझ गया था कि तुम लोग रिलेशनशिप में जरुर हो।”
कुंदन की बात सुनकर मैंने उससे कहा, “ हाँ, मुझे अच्छी तरह से याद है, ब्रेकअप के कुछ दिन पहले मैं नेहा के साथ उस हॉस्पिटल में गया था। मगर प्रेगेंसी टेस्ट के लिए नही बल्कि उसके पेट में जकड़न हो रही थी। वहां जाने के बाद मैं हॉस्पिटल में मरीज के लिए बने इंतजार कक्ष में मैं बैठा था और वह डॉक्टर से जाकर मिली थी और मेरे 1-2 घंटे इंतजार करने के बाद वह डॉक्टर से मिल कर वापस आई थी।”
“अच्छा! तुमने एक नई कहानी बना ली,” कुंदन ने कहा।
मैंने कुंदन से कहा। “मैं सच बोल रहा हूं, मुझे उस दिन यह पता नहीं था कि वह प्रेगनेंसी टेस्ट करवाने जा रही है। वह मुझसे बोल रही थी कि उसकी तबीयत खराब है इसलिए मैं वहां पर गया था। अगर मुझे पता होता उसे प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना है तो मैं कभी नहीं जाता और भला मैं क्यों जाता? मैं तो उसी वक्त उससे ब्रेकअप कर लेता क्योंकि …….खैर! क्या बोलूं? आपको तो मेरी बातों पर यकीन ही ना हो रही हैं।”
“देखो राजीव, मैं यहां पर कोई बेवकूफ हरकते नहीं करूंगा और मुझे तुम पर गुस्सा भी नहीं आ रहा है कि तुमने मेरे गर्लफ्रेंड के साथ गलत किया है। यार, मैं नेहा से सच्चा प्यार करता था और मैं उसी से शादी भी करने वाला था। घरवाले तो लगभग मान भी चुके थे। शायद अगले महीने हमारी इंगेजमेंट भी हो जाती। खैर! नेहा मेरे साथ चीटिंग की तो मैं तुझे क्या बोलूं!” कुंदन ने लगभग रोते हुए कहा।
कुंदन की बात सुनकर मैंने कहा राज “देखिए, मैं सच बोल रहा हूं। वह बच्चा मेरा नहीं हो सकता है।”
“राजीव, मैं यहां तुम्हें डराने या धमकाने के लिए नहीं आया हूं। यार! नेहा मुझसे शादी करने के लिए दबाव बना रही है। वो बोल रही है मेरे घर चली जाएगी और मेरे घर में यह सारी बातें बता देगी। मैं घर वालों को शादी के लिए किसी तरह से मनाया लिया था, मगर उनलोगों को ये मालुम होगा कि नेहा प्रेगनेंट है तो मैं न घर के रहूंगा ना घाट का। अगर वो तुम्हारा बच्चा है तो तुम उसका अबॉ**** कर नेहा को अपने साथ लेकर कहीं दूर चले जाओ। मैं घर वालों को बोल दूंगा कि मैं नेहा से शादी नहीं करना चाहता।”
कुंदन को इस तरह से गिड़गिड़ाता देख मुझे अजीब लग रहा था। मुझे समझ में नहीं आ रही थी कि मैं क्या बोलूं। और मैं ये भी सोच रहा था कि नाजायज़ बच्चे का बाप मैं क्यों बनूं?
“कुंदन, मैं आपको और आपकी फैमिली को रिस्पेक्ट करता हूं, लेकिन मैं नेहा को कैसे अपना सकता हूँ? यार, हम दोनों के बीच अनबन चल रही है। कुछ दिनों से हमारी बातचीत बंद हो चुकी है, हमारी ब्रेकअप हो चुकी है। और मैं उस बच्चे का बाप भी नहीं हूं। मैं उसके साथ दोबारा नहीं जा सकता। मैं उससे शादी नहीं कर सकता।” मैंने बोला।
“राजीव, मैं अब तक तुमसे प्यार से बात कर रहा था, अगर ज्यादा बकबक किया ना, तो साले, यहीं पर गां*** में गोली मार कर चला जाऊंगा। मुझे बेवकूफ समझ रहे हो! तुम अपना पाप मेरे सिर क्यों रखना चाहते हो?” कुंदन ने गुस्से में बोला।
“हम नेहा से बात कर लेते हैं, वह किसके साथ रहना चाहती है, ये उससे से ही पूछ लेते है।” मैंने कहा।
मुझे उम्मीद थी कि नेहा कभी भी मेरे साथ नहीं रहना चाहेगी, क्योंकि मेरे पास तो कुछ है भी नही। और भला इतनी बड़े कम्पनी में जॉब करने वाले लड़के को छोड़ कर मेरे साथ कौन आना चाहेगी!
“साले, तुम मुझे चु**** समझते हो। नेहा मेरे साथ ही रहने के लिए बोल रही है। लेकिन मैं उसके साथ नहीं रहना चाहता।” वह गुस्से में इतना बोल कर वहां से उठ खड़ा हुआ।
मैं भी खड़ा हो गया। कुछ देर बाद हम दोनों वापस घर चले आए।
वहां से आने के बाद मैं अपने कमरे में लाइट बंद कर कर सोच रहा था , “आखिर, मैं इस लफड़े से कैसे बाहर निकलूं ? मैं अभिषेक को भी यह सारी बातें नहीं बता सकता था, क्योंकि वह मुझे पहले ही कई बार समझा चुका था कि नेहा के चक्कर में मत पड़ना वरना ना घर का रहेगा ना घाट का। वह तुम्हें बर्बाद कर कर के छोड़ेगी”
इसलिए मैं इस मामले में अभिषेक से भी बात करने का भी मन नहीं कर रहा था। और ना ही नेहा से बात कर इस बात को कन्फर्म करने कि इच्छा थी कि आखिर ये सब क्या चल रहा है! मगर कुछ देर बाद मैंने नेहा को ही कॉल करना सही समझा। और नेहा को कॉल किया।
नेहा ने मेरा कॉल उठाते ही बोली, “हेल्लो, बहुत दिनों बाद कॉल किया है, क्या बात है?”
“नेहा, क्या तुम फुर्सत में हो ? मुझे तुमसे कुछ बात करनी है?” मैंने कहा।
“हाँ, बोलो क्या बात है?” नेहा ने बोली।