“यार फिर भी तुम मुझे बता सकता था ना?” मैंने बोला।
“भाई तुमने मुझे बताने का मौका ही कब दिया? जब तुम दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई तब तुमने मुझे जानकारी होने ही कहां दी थी। जब तक मुझे पता चला तब तक तुम उसके प्यार में पड़ चुके थे और उस वक्त बता कर मैं तुझे दुख नहीं पहुंचाना चाहता था। मुझे लगा था कि अब नेहा सुधर गई होगी और इसलिए शायद तुम्हें वह अच्छा लगने लगी हो और सब कुछ नॉर्मल हो रहा होगा।” अभिषेक ने कहा।
उसकी बात सुनकर मैंने कहा , “लेकिन अगर तुम दोनों के बीच ब्रेकअप हो चुका था तो फिर तुम लोग राजगीर घूमने वक्त साथ साथ क्यों गया था?”
“भाई मैं उसे नहीं लेकर जाना चाहता था लेकिन नेहा खुशबू की फ्रेंड है और नेहा ने ही ख़ुशबू को बोलकर साथ चलने की जिद की थी और दोस्त होने की वजह से ख़ुशबू उसे मना नही कर पाई। इसलिए मुझे उसे साथ लेकर चलना ही पड़ा, बाकी उसे ले जाने में मेरा कोई हाथ नहीं था। हम दोनों के बीच के रिश्ते और ब्रेकअप के बारे में खुशबू अच्छी तरह से जानती थी इसलिए मुझे भी कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई उसे ले जाने में।”
मैंने उसे देख कर चिढ़ते हुए बोला, “हां बेटा, तू सही बोल रहा है। तुम्हारे ब्रेकअप के बारे में खुशबू अच्छी तरह से जानती थी। साले ,तुम्हारी गर्लफ्रेंड खुशबू आज मुझे प्रपोज कर रही थी और उसी ने तुम्हारे बारे में भड़काई है।”
मेरी बात सुनकर जैसे उसको विश्वास ही नही हुआ और उसने चौक कर बोला, “What! क्या बकवास कर रहे हो?”
उसके चेहरे के सारे रंग उड़ गए थे।
“हां मैं सही बोल रहा हूं यकीन नहीं है तो यह देखो।” मैंने अभिषेक को अपने फोन का कॉल हिस्ट्री दिखाते हुए कहा।
अभिषेक कॉल हिस्ट्री देख कर बोला, “हो सकता है वह मुझसे बात करने के लिए कॉल की होगी तुम्हारे नंबर पर।”
“नहीं. . . . . नहीं बेटे, मैं तुझे कॉल रिकॉर्डिंग सुनाता हूं मेरे फोन में ऑटो रिकॉर्डिंग हमेशा ऑन रहता है।” मैंने अपने फोन से कॉल रिकॉर्डिंग उसे सुनाय।
कॉल रिकॉर्डिंग सुनने के बाद होगा वो बेड पर जाकर कुछ मिनटों तक लेट गया।
उसके बाद शाम में हम दोनों जयप्रकाश पार्क चले गये अपने -अपने गम को भुलाने के लिए।
हम दोनों के दिमाग में बस एक ही बात चल रही थी, आखिर हम दोनों एक ही गम से जो गुजर रहे थे।
उसकी वाली ने उसे धोखा दिया मुझे प्रपोज कर के और मैं अपनी वाली के बारे में क्या ही बताऊं !
जब मैंने नेहा के प्रग्नेंसी के बारे में अभिषेक को बताया तो वो चौक कर बोला, “यार तुम बोल रहे हो कि नेहा प्रेग्नेंट है? और यह बात तुम्हें उसके बॉयफ्रेंड कुंदन ने बताया है और तुम कहते हो तुमने उसके साथ जब भी फिजिकल हुए हो कं******म का इस्तेमाल किया था. तो साले वो प्रेग्नेंट हुई कैसे?”
अभिषेक ने बड़ा चिंता सूचक चेहरे पर भाव लाते हुए बोला।
“मुझे तो लगता है उस बच्चे का बाप कुंदन ही होगा। अब साले को जब मेरे और नेहा के रिश्ते केबारे में पता चला होगा तो वह नेहा को छोड़ना चाहता होगा और उसे छोड़ने के लिए यह पाप की घड़ा मुझ पर फोड़ना चाहता है।” मैंने कहा।
अभिषेक कुछ सोचते हुए कहा, “लेकिन जहां तक तुम बता रहे हो कि कुंदन पिछले सात आठ महीने से ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर नहीं आया है और उसके पेट में पल रहे बच्चे 76 दिन के आसपास की है तो फिर यह कैसे संभव हो सकता है।”
“हां, यह बात तो तुम सही बोल रहे हो, लेकिन हो सकता है वह बच्चा 7 से 8 महीने का हो” मैंने कहा।
मेरी बात सुनकर अभिषेक मुझे चपत मारते हुए कहा, “अबे चू***या तुम्हारा दिमाग खराब है क्या? अगर बच्चा 7 से 8 महीने का होता तो नेहा की बेबी बंप अच्छी तरह से देखा जा सकता था लेकिन वह उसके पेट में ऐसा कुछ चेंजिंग तो नहीं आया है। एक मिनट! ऐसा करते हैं, हम मेडिकल रिपोर्ट कुंदन से मांगते हैं।” अभिषेक ने कहा।
मुझे अभिषेक की ये बात पसंद आई और मैंने कॉल कर कुंदन से उस मेडिकल रिपोर्ट को व्हाट्सएप पर मंगवा लिया।
“भाई इस रिपोर्ट के अनुसार तो बच्चा दो से ढाई महीने का ही है।” अभिषेक ने चिंता जताते हुए बोला।
हम दोनों ने व्हाट्सएप पर रिपोर्ट देखने के बाद एकदम से मौन हो गए थे। हमारी समझ में नहीं आ रही थी कि करें तो क्या करें!
उस बच्चे को ना तो कुंदन अपनाना चाह रहा था और मैं तो अपना ही नहीं सकता था क्योंकि हमारी ब्रेकअप को हुआ लगभग 3 से अधिक महीने हो चुके थे। मैं कुछ सोच ही रहा था कि अभिषेक ने अचानक से बोल पड़ा।, “एक मिनट ऐसा तो नहीं कि नेहा अभी भी उसके संपर्क में है?”
“किसके सम्पर्क में?” मैं चिंताजनक आवाज में बोला।
“मैं उस क****ने के बारे में बोल रहा हूं जिसके कारण नेहा और मेरे प्यार का अंत हुआ था। मेरा मतलब ब्रेकअप हुआ था” अभिषेक ने कहा।
“भाई पहले यह तो बताओ वह है कौन और कहां रहता है।” मैंने लगभग चिढ़ते हुए कहा।
मेरी बात सुनकर अभिषेक ने कहा, “नेहा जिस बिल्डिंग में रहती थी उसके मालिक का बेटा, आदित्य नाम है उसका। साला एक नंबर का लौंडियाबाज है। वो उस बिल्डिंग में रहने वाले अधिकतर लड़कियों से अपना टांका फंसा रखा था और उन लड़कियों में से एक नेहा भी थी।”
“क्या बात कर रहे हो! इतनी गिरी हुई लड़की है वो. . . छी!” मैंने मुंह बनाते हुए बोला।
“हां यार पहली बार मैं भी उसे बहुत अच्छी लड़की समझता था लाखों में एक, सपनों की रानी। मैं तो उसके साथ पूरी उम्र बिताने की ख्वाब देख चुका था। हम दोनों ने कई बार पहाड़ियों के गुफाओं में एक दूसरे के हाथ थाम कर घुमा था और इतना ही नहीं, हम लोगों ने कई कई रात होटलों में साथ में बिताए थे लेकिन जब मुझे आदित्य के बारे में पता चला तो मैं भी हैरान हो गया था।”