उस घटना के बाद मैं खुद को नॉर्मल करने के लिए कुछ दिनों के लिए पटना से अपने गांव चला गया था। मुझे वहां भी नेहा की बातें और उसके साथ बिताया गया पल बहुत याद आ थी और कभी कभी उसकी इन हरकतों के कारण खुद को ही कोसता भी था। आखिर, मैं कैसे उस गंदी लड़की के रिलेशनशिप में पड़ गया था ।
एक दिन मैं छत पर बैठकर यूट्यूब पर कुछ वीडियो देख रहा था। उसी बीच मेरे मोबाइल पर एक अननोन(Unknown) नंबर से कॉल आया।
“Hello , कौन?” मैंने बोला।
फोन के दूसरी तरफ से आवाज आई, “राजीव बोल रहे हो?”
“हां, मगर आप कौन हो ?”
“मैं कुंदन बोल रहा हूँ । नेहा को जानते हो?” फ़ोन के दूसरी तरफ से आवाज आई ।
मैं कुंदन का नाम सुनकर थोड़ा सा चौक गया। फिर मुझे समझ में आया कि यह कुंदन नेहा का बॉयफ्रेंड है। मैं सोचने लगा कि उसका बॉयफ्रेंड मेरे पास कॉल क्यों किया है?
” कौन नेहा ?” मैं अनजान सा बोला ।
“वो ही नेहा जिसके रिलेशनशिप में हो।” इस बार उसका आवाज थोडा कड़क था ।
“पहले तो मैं आपको बता दूँ कि मैं किसी रिलेशनशिप में नही हूँ और दूसरी की मैं किसी नेहा को नही जानता हूँ ।” मैंने साफ़ शब्दों में बोला ।
“देखो ज्यादा होशियार मत बनो,नेहा और तुम्हारे रिश्ते के बारे में मुझे अच्छी तरह से जानकारी हैं। मैं तुम्हें उससे मिलने या कॉल करने से मना करने के लिए तुम्हारे पास कॉल नही किया हूँ । मुझे इससे कोई प्रॉब्लम नहीं है। जब नेहा ने ही मुझसे चिट (धोखा ) की तो मैं तुम्हें क्या समझाऊं। मैंने उस पर बहुत भरोसा किया था मगर उसने ही मेरे भरोसा को तोड़ी तो फिर तुमसे क्या उम्मीद रखूं। बस तुम्हें यह समझाने के लिए कॉल किया हूं कि नेहा के पेट में जो तुम्हारे पाप पल रहे हैं उसका इल्जाम मेरे पर मत लगाना और नेहा और उसके पेट में पल रहे अपने पाप को खुद ही संभालो।” कुंदन ने यह बातें मुझे लगभग गुस्सा करते हुए बोला।
मुझे समझ में नहीं आ रही थी कि आखिर यह बोल क्या रहा है? क्या नेहा प्रेग्नेंट है ? अगर नेहा प्रेग्नेंट है भी तो उसका जिम्मेवार मैं कैसे हो सकता हूं?
“कुंदन आपको गलतफहमी हुआ है। हम दोनों के बीच कुछ ऐसा नहीं हुआ है।……. हां ये बात सही हैं कि हम लोग एक-दुसरे को जानते हैं । हम सिर्फ एक अच्छे दोस्त थे।” मैंने बोला ।
” बेटे मुझे बेवकूफ समझने की कोशिश मत करो” कुंदन बोला।
” क्या आप मुझसे मिल सकते हो ?” मैंने बोला।
“हां , ऑफ कोर्स।”
“तो हम लोग कल सुबह 9:00 बजे सेंट्रल पब्लिक स्कूल के पास मिलते हैं।” मैं इतना बोल कर कॉल डिसकनेक्ट कर दिया।
अगले दिन हम लोग सुबह ठीक 9:00 बजे सेंट्रल पब्लिक स्कूल के खेल मैदान में बैठे थे।
मैं अपनी और नेहा के रिलेशनशिप के बारे में पूरी कहानी कुंदन को बता दिया था। और मुझे लगता हैं मैंने उसे सही तरह से समझाने में भी कामयाब हो गया था ।
“तो तुमको कहना है तुमने सेक्**** करते समय हमेशा कं**** का इस्तेमाल किया था।” कुंदन बोला।
“हां ” मैंने गर्दन हिलाते हुए एक बार फिर से दुहराया।
“उसके पेट में पल रहे बच्चा तुम्हारा नहीं है और मेरा भी नहीं है क्योंकि मैंने लगभग 7 महीने से उससे मिला नहीं हूँ । और पेट में पल रहा है बच्चा 140 दिन के आसपास का ही है । तो फिर कौन है उसका बाप ?” कुंदन ने कुछ दिमाग लगाते हुए बोला।
“लेकिन आपको यह पता कैसे हुआ कि उसके पेट में पल रहा बच्चा का उम्र 140 दिन के आसपास है? आपको नेहा बतायी हैं ?” मैंने बोला।
“नहीं, वह मुझे अब तक कुछ भी नहीं बताई है। वह तो मुझसे शादी करने का दबाव बना रही है। वह चाहती है हम दोनों जल्द से जल्द शादी कर सेटल हो जाए ताकि उस बच्चे का बाप मुझे बनाया जा सके “
“तो फिर आपको कैसे पता हुआ?”
” मैं जब कम्पनी से छूटी लेकर बिहार आता था तो सबसे पहले नेहा से मिलने उसके हॉस्टल चला जाता था। इस बार उसके लिए एक Iphone खरीदा था और उसे सरप्राइज देने के लिए बिना बताये ही उसके हॉस्टल में चला गया। उसके कमरे की दो चाबियां है ,एक वो अपने पास रखती थी और दूसरी चाबी दरबाजे के उपर ही छुपा कर रखती थी । वैसे वह मेरे लिए ही चाबी छुपा कर बाहर रखती थी ताकि कभी मैं आ जायुं उसके अनुपस्थिति में तो उसके कमरे में जाकर आराम कर सकूं। इस बार भी मैं सीधे उसके हॉस्टल चला गया था । जब उसके कमरे में गया तो उसके स्टडी टेबल पर एक प्रेगेंसी मेडिकल रिपोर्ट पड़ी थी । मैंने देखा उस पर नेहा का नाम,उम्र और पता लिख हुआ था । यह देख कर मेरा तो होश ही उड़ गया था। मैंने उस रिपोर्ट को अपने मोबाइल से फोटो खीचा और उस रिपोर्ट को वैसे ही रख कर दूसरी तरफ बैठ गया। कुछ देर बाद मुझे नेहा के वापस आने की आवाज सुनाई पड़ी ” कुंदन बोला ।
“कुंदन तुम ? वाह! कैसे अचानक पहले बता दिया होता मैं बस स्टॉप पर तुम्हें लेने आ जाती। नेहा कमरे में आते के साथ ही आश्चर्य होकर बोली ।
उसके चेहरे पर डर और आश्चर्य दोनों दिख रहा था। मैंने वहां पर खुद को किसी तरह से नॉर्मल दिखाने का कोशिश किया और मैंने उस मेडिकल रिपोर्ट टेस्ट के बारे में कुछ भी नहीं पूछा। फिर कुछ देर बाद उसने लुसेंट पब्लिकेशन वाली एक बड़े से किताब को उठाकर उस मेडिकल रिपोर्ट को ढकने की कोशिश की। मैं तिरछी नजर से उसे देख रहा था। उसके बाद नेहा मेडिकल रिपोर्ट और बुक एक साथ उठाकर अपनी किताबों वाली अलमीरा में डाल दी। उसके बाद वह मेरे पास आकर बैठ गयी और बातें करने लगी। कुछ मिनट बाद ही वह मेरे होठों को चूमने लगी थी । मगर मैं उस वक्त कुछ भी करने के मुंड में नहीं था। मन तो कर रहा था उसे उसी वक्त उस रिपोर्ट के बारे में पूछ लूँ। मगर मैंने ऐसा नहीं किया। मैं किसी तरह उस रात उसके साथ बिताया और सुबह ही वहां से निकल गया। वहां से निकलने के बाद मैं उस मेडिकल रिपोर्ट देने वाले पते पर पहुंच गया” कुंदन ने कहा ।
हॉस्पिटल में कुंदन –
“क्या यह रिपोर्ट यही की है ?” वहां के डॉक्टर से बात किया।
“हां” वहां के एक डॉक्टर ने बोला ।