Kya Yahi Pyar Hai। क्या यही प्यार है ? Episode – 06 स्कूल लव स्टोरी इन हिंदी

Author - Avinash Kumar

नेहा की बात सुनकर मैंने उससे बोला, “मुझे कुंदन से बात हुई थी वह कुछ तुम्हारी प्रेगनेंसी के बारे में बात कर रहा था।”

मैं अभी इतनी ही बात खत्म की थी कि उसने मेरा कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया और जब मैं उसे दोबारा कॉल कनेक्ट करने की कोशिश किया तो मेरा नंबर उसको ब्लॉक कर दिया।

इस वजह से  मैं उस दिन नेहा से बात नहीं कर पाया।  हालाँकि उसके बाद मैंने उसे कई बार कॉल करने की कोशिश की मगर उसका कॉल कभी भी लगा नहीं।

एक दिन मैं वापस अपने कमरे में सो रहा था तब मेरी फोन की रिंग बजी। जब मैंने नंबर देखा तो वह एक अननोन नंबर था।  मैंने कॉल उठाया और  बोला, “हेलो, कौन?”

“हेल्लो, मैं ख़ुशबू बोल रही हूं।” दूसरी तरफ से आवाज आई।

खुशबू का नाम सुनकर मैं समझ गया कि यह अभिषेक की गर्लफ्रेंड है इसलिए मैंने उससे बोला, “ओ.. अच्छा! वैसे अभिषेक का कॉल नहीं लग रहा था क्या?”

“राजीव, मैंने तुमसे बात करने के लिए कॉल किया है।” खुशबू ने बोली।

सबसे पहले तो मुझे उसकी बातें कुछ देर तक समझ नहीं आई। आखिर खुशबू मुझसे बात क्यों करना चाह रही थी। उसके बाद उसने जो बताई उसे सुनकर तो मेरा होश ही उड़ गया।

खुशबू ने बोली, “यार. . . यार मैं तुम्हें बहुत दिनों से कुछ बताना चाह रही थी मैं तुम्हारे और नेहा के बारे में जानती हूं।  तुम दोनों का ब्रेकअप हो गया है ना? पता नहीं क्यों तुम्हें इस तरह से उदास देखकर मुझे अच्छा नहीं लगता है जिसकी वजह से मैंने तुमसे कई बार बात करने की कोशिश की मगर अभिषेक की वजह से मैं तुम से बात नही कर पा रही थी लेकिन आज मैं बता रही हूं।  यार! मैं तुम्हें प्यार करने लगी हूं, आई रियली लव यू।”

खुशबू की बात सुनकर एक जोरदार झटका लगा। मेरे दोस्त की  गर्लफ्रेंड बोल रही है कि मुझसे  वो प्यार करने लगी है।

मैं उसे समझाने की कोशिश करते हुए कहा, “ देखो यह सब गलत है। अभिषेक मेरा बचपन का दोस्त है और तुम उसकी गर्लफ्रेंड हो। मैं तुमसे प्यार नहीं कर सकता। और वैसे भी तुम अच्छी तरह से जानती हो कि मेरा और नेहा के ब्रेकअप हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं और मैं इतनी जल्दी किसी लड़की के प्यार में नहीं पड़ सकता।”

मेरी बात सुनकर खुशबू ने मायूसी भरी आवाज में बोली, “राजीव, मैं तुमसे प्यार करती हूं। यार! अब तुम मुझे अच्छा लगने लगे हो। प्लीज मुझसे बात करो।”

 मैंने एक बार फिर उसे समझाने की कोशिश करते हुए कहा, “देखो खुशबू, तुम मेरी दोस्त की गर्लफ्रेंड हो। मैं तुमसे प्यार क्या!  मैं तुमसे बात भी नहीं कर सकता। वो मेरा दोस्त है उसके साथ में धोखेबाजी करना मुझे अच्छा नहीं लगेगा। देखो, अभिषेक बहुत अच्छा लड़का है। वह तुमसे प्यार भी बहुत करता है।”

तुम उसी से  बात करो और तुम उससे ही प्यार करो। वैसे भी मैं पहले से ही परेशान हूं नेहा को लेकर।”  

“तुम अभिषेक के बारे में सोच रहे हो उसने कभी तुम्हारे बारे में सोचा है?” खुशबू ने थोड़ी तेज आवाज में बोली। 

“तुम्हारा कहने का मतलब क्या है वह मेरे बारे में नहीं सोचता है ?” मैंने कहा। 

मेरी बात सुनकर खुशबू ने बोली , “अगर वह तुम्हारे बारे में सोचता तो वह तुम्हें पहले ही बता देता कि नेहा और अभिषेक के बीच में क्या रिश्ता है।”

“क्या बोली ?  नेहा और अभिषेक वाली बात को जरा फिर से रिपीट करना। क्या बोल रही हो तुम, नेहा और अभिषेक के बीच में कुछ था?” मैंने आश्चर्य से होकर बोला।

“हां नेहा अभिषेक की गर्लफ्रेंड थी उससे ब्रेकअप होने के बाद ही हो वह मेरा बॉयफ्रेंड बना था लेकिन तुम कैसा दोस्त हो कि उसने तुम्हें अब तक बताया नहीं कि नेहा उसकी एक्स है।” खुशबू ने लगभग ताना मारते हुए बोली। 

“देखो खुशबू मैं पहले से ही परेशान हूं और तुम अब ज्यादा परेशान मत करो।  यह  झूठी बातें तुम इसलिए बोल रही हो शायद तुम्हारे और अभिषेक के बीच झगड़ा हुआ हो। अभी तुम शायद गुस्से में उसके बारे में ऐसा बोल रही हो। ठीक है मैं फोन रखता हूं , कॉल मत करना।” इतना बोलकर मैंने  call disconnect कर दिया

Call डिस्कनेक्ट होने के कुछ सेकंड बाद वह दोबारा कॉल की। 

फ़ोन उठाते ही उसने बोली, “राजीव मैं तुम्हें बस इतना समझाना चाहती हूं कि अगर वह तुम्हारे साथ इतना गलत कर सकता है तो मैं क्या तुझसे बात भी नहीं कर सकती हूं? क्या तुम मुझसे बात भी  नहीं कर सकते हो? रियली राजीव मैं तुम्हें पसंद करने लगी हूँ। यार, प्लीज आई लव यू। अगर तुम्हें मेरी बात पर यकीन नहीं हो रही है ना तो तुम खुद नेहा से बात करके पूछ लेना उसके बीच और अभिषेक के बीच में कुछ था या नहीं।”

खुशबू इतना बोल कर कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। मैं पहले से परेशान था ही लेकिन अभिषेक और नेहा की  बात सुनकर मैं और ज्यादा परेशान हो गया। 

मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि मेरी गर्लफ्रेंड नेहा के साथ, मेरा दोस्त का पहले से ही चक्कर था। अगर इन दोनों के बीच में कुछ था तो वह मुझे क्यों नहीं बताया? मैं यह सोच सोच कर परेशान हो रहा था उसी वक्त अभिषेक कमरे में आया.

उसने आते ही मुझसे कहा, “बोलो मेरे देवदास क्या हुआ? मुंह लटका कर क्यों बैठे हो?” 

मैं अभिषेक की बातों का कोई जवाब नहीं दिया

मेरा जवाब ना सुनकर उसने फिर से कहा, “ अबे हुआ क्या? इस तरह से क्यों मुंह लटका कर बैठे हो?” 

मैंने उसे घूरते हुए कहा, “अभिषेक मुझे तुमसे कुछ बात पूछनी है?” 

“हां, पूछ।  मगर साले इतना उदास होकर मत पूछना।” अभिषेक ने मजाकिया लहजे में बोला। 

“अभिषेक तुम्हारे और नेहा के बीच में पहले से कुछ था क्या? तुम दोनों एक दूसरे को प्यार करते थे?” मैंने बोला। 

“वैसे किस नेहा की बात कर रहे हो? क्या तुम अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बोल रहे हो?”

“हाँ चूतिये, मैं उसी नेहा के बारे में पूछ रहा हूं।” मैंने चिढ़ते हुए कहा। 

“भाई तुम पागल हो गए हो क्या? भला तुम्हारी गर्लफ्रेंड के साथ मेरा क्या रिश्ता हो सकता है!” उसने अपने चेहरे पर विचित्र भाव  लाते हुए बोला।

“देखो अभिषेक मुझे जानकारी हो गई है तुम्हारे और नेहा के बारे में, अच्छा ये होगा कि तुम्हारे बीच जो कुछ था वह बता दो।”

कुछ समय तक अभिषेक चुप रहा उसके बाद बोलना शुरू किया, “हां, हम दोनों के बीच पहले कुछ था वह मेरी गर्लफ्रेंड थी। खुशबू से पहले मैं उसी से प्यार करता था। हम दोनों के बीच अच्छा रिश्ता था लेकिन वह मुझसे प्यार नहीं करती थी। वह मुझे चिट कर रही थी। मुझे यह बातें जैसे ही पता चला मैं उससे ब्रेकअप कर लिया और उसी बीच मुझे नेहा की  फ्रेंड खुशबू ने प्रपोज कर दिया, नेहा से ब्रेकअप के बाद खुशबू मुझसे फेसबुक पर जुड़ी थी और फेसबुक से ही हम दोनों के बीच बात-चित शुरू हुई  फिर नंबर चेंज हुआ फिर एक दूसरे से प्यार करने लगे। लेकिन खुशबू नेहा से बिल्कुल अलग लड़की है। इसलिए मैं इस पर बहुत विश्वास करता हूं बट पीछे जो कुछ भी हुआ है। मैं उस बात को भूल चुका हूं और अब मेरी जिंदगी में मेरे लिए सब कुछ खुशबू ही है। दोस्त इसलिए तुम्हें बार-बार समझाया करता था कि नेहा के चक्कर में मत रहो, वह तुम्हें बर्बाद कर देगी लेकिन मैं तुम्हें खुलकर नहीं बता पाया।  मैं अपने प्यार में हुए धोखे को तुमसे शेयर नहीं करना चाहता था क्योंकि मैं उस वक्त नेहा को बहुत प्यार करता था और उसकी बेवफाई मुझे आज तक बहुत दर्द देता है। दोस्त मुझे माफ करना कि मैंने पहले तुम्हें खुल कर नहीं बताया।” 

इतना  बोलकर अभिषेक गेट के पास जाकर खड़े हो गया वह मेरी तरफ मुड़ा उसकी आंखों में हल्की सी आंसू डबडबा गया था। 

मैंने अब तक अभिषेक का यह रूप कभी नहीं देखा था। मुझे नहीं लगता था कि वह इंसान भी रो सकता है जो हर छोटी-छोटी बातों पर हंसा करता था। मैं नहीं जानता था कि वह अपने दिल में किसी बेवफा की बेवफाई का दर्द छुपाए बैठा है।

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